समाज सुधारक
समाज सुधारक
भारत की वह धरती जहां,
अनगिनतो समाज सुधारक ने जन्म लिया।
कितने तो जाने पहचाने,
कितने यूं ही अनजान हो गए।।
ऐसी महान देश की गौरव गाथा,
विश्व ने सुनी थी इसकी व्यथा।
आजादी के पहले आजादी के बाद,
समाज सुधारक ने योगदान दिया।।
कलयुग के लोगों ने ना जाने,
कितना अत्याचार किया।
ना कोई वैसा बन पाया,
ना किसी ने जन्म लिया।
अब तो जागो ओ इंसान,
बदल डालो इस देश की पहचान।।
