दोस्ती
दोस्ती
यूं ही नहीं दोस्त बन जाते,
कुछ खोने और पाने की कसमें खाते।
जब जब लोगों ने दुत्कारा,
तब तब दोस्ती ने दिया सहारा।।
दिन कि उजियाली सुबह हो,
या हो रात की अंधियारी ।
कभी न टूटने दी हमने,
अपनी बेमिसाल यारी।।
विद्यालय कि चकाचौंध से,
खेल के मैदान तक ।
टूटने ना दी अपनी यारी,
जीवन के अंतिम सांस तक।।
