मेरी कविता ।
मेरी कविता ।
लफ्ज़ अल्फाजों की कमी थी, मेरी कविता में कुछ तो बात नहीं थी ।
लिखते लिखते सीखना आ गया, पर सब्र अभी भी बाकी था ।
कविताओं का मेला था, पर एक अच्छी कविता अभी भी लिखना बाकी था ।
फेमस होने के चक्कर में सब किया, पर जो लिखना था वही नहीं लिखा ।
तभी अभी भी उस कविता की तलाश है, लिखना अभी भी बाकी है ।
मेरे हुनर को अभी भी पहचान मिलनी बाकी है, उस कविता की सोच अभी भी बाकी है ।