I'm Short And Sweet and I love to read StoryMirror contents.
एक चाय पीना चाहती हूं। मैं कौन हूं, वो कभी नहीं भूलना चाहती हूं। एक चाय पीना चाहती हूं। मैं कौन हूं, वो कभी नहीं भूलना चाहती हूं।
आज नहीं तो कल फिर से उभरेंगे, उभर कर ही तो फिर से निखरेंगे । आज नहीं तो कल फिर से उभरेंगे, उभर कर ही तो फिर से निखरेंगे ।
तभी तो खुद को भीड़ में भी अकेला समझता था। तभी तो खुद को भीड़ में भी अकेला समझता था।
लिखते लिखते सीखना आ गया , पर सब्र अभी भी बाकी था । लिखते लिखते सीखना आ गया , पर सब्र अभी भी बाकी था ।
बहुत कुछ कहना था, बहुत कुछ सुनना भी था । बहुत कुछ कहना था, बहुत कुछ सुनना भी था ।
मेरी ही पहेली में खुद से उलझा था मेरी ही पहेली में खुद से उलझा था
देरी थी तभी तो कारण बहुत सारे थे, कारण थे तभी तो उलझने थी । देरी थी तभी तो कारण बहुत सारे थे, कारण थे तभी तो उलझने थी ।
अब कोई क्या सोचे वो मेरा काम नहीं था ? मेरा उद्देश्य मेरा एक बेहतर जीवन था। अब कोई क्या सोचे वो मेरा काम नहीं था ? मेरा उद्देश्य मेरा एक बेहतर जीवन था।
सीखी तभी तो संभली भी , संभली तभी तो अच्छे बुरे की परख हुई । सीखी तभी तो संभली भी , संभली तभी तो अच्छे बुरे की परख हुई ।
जो बात मुझे छुपानी थी, अब वो सरे आम हो गई । जो बात मुझे छुपानी थी, अब वो सरे आम हो गई ।