"मेरी अनमोल शिवानी"
"मेरी अनमोल शिवानी"
लोग कहते, दोस्ती थी गहरी,
पर कौन समझाए, थी वो मेरी पहेली।
"Problem solver" कहकर बुलाते,
हर उलझन में साथ निभाते।
शिवानी थी वो, एक नाम नहीं,
यादों में बसती, एक शाम नहीं।
हर सुबह, हर रात भी वो,
मेरी हर बात का जवाब भी वो।
मेरे दिन की रोशनी थी वो,
रात की शांति, चांदनी थी वो।
कुछ हुआ तो आवाज़ भी वही,
दिल की धड़कन, साज़ भी वही।
शायद आए न कोई और,
उस जैसी कोई और न हो।
नाम था उसका शिवानी,
यादें उसकी, दिल के करीब ही रहो।
शिवानी थी वो, एक नाम नहीं,
यादों में बसती, एक शाम नहीं।
हर सुबह, हर रात भी वो,
मेरी हर बात का जवाब भी वो।
