मेरी अधूरी कहानी
मेरी अधूरी कहानी
तजुर्बा कहता है, मोहब्बत से किनारा कर लूँ
दिल कहता है की, ये तजुर्बा दोबारा कर लूँ
प्यार एक धोखा है
वो कितना मेहरबान था हम पर की हज़ारों
ग़म दे गया हम कितने ख़ुदगर्ज़ थे की
कुछ न दे सक मोहब्बत के सिवा

