मेरी 1,2,3,4 कविता
मेरी 1,2,3,4 कविता


सुनिए,
अजी सुनिए,
अजी सुनिए ना,
अजी सुनिए ना सनम,
अजी सुनिए ना प्यार हुआ,
अजी सुनिए ना प्यार हुआ तुमसे,
अजी सुनिए ना प्यार हुआ तुमसे तो,
अजी सुनिए ना प्यार हुआ तुमसे तो क्या,
अजी सुनिए ना प्यार हुआ तुमसे तो किया सनम,
अजी सुनिए ना प्यार हुआ तुमसे तो गजब का किया,
अजी सुनिए ना प्यार हुआ तुमसे तो क्या सही नहीं किया,
अजी सुनिए ना प्यार हुआ तुमसे तो क्या गुनाह कर दिया मैंने।