मेरे राजा!
मेरे राजा!
मेरे राजा ! क्या हुआ जो पीटते हो कभी कभार
मैं पिट लूंगी
बस करते रहना प्यार
क्या हुआ जो गाली देते हो कभी कभार
मैं सुन लूंगी
मेरे राजा !
मेरी हर फरमाइश भी तो रखते हो
क्या हुआ जो पी लेते हो शराब
क्या हुआ जो घर लाते शबाब
मैं सह लूंगी
मेरे राजा !
तुम्हारा प्यार मेरी पूजा है
और तुम मेरे देवता
मैं पूज लूंगी
बस छोड़ना ना साथ
मेरे राजा!
मैं किसी से ना कहूंगी
एसी कमरे में बैठकर
मुँह पर मेकअप पोतकर
नारी सशक्तिकरण पर कवितायें लिखूंगी
बस तुम करते रहना प्यार
मेरे राजा!
बडे़ से मंच पर
ज्यादा सी भीड़ में
नारी सशक्तिकरण पर मैं दूंगी भाषण
मेरे राजा !
बस तुम करते रहना प्यार।