मेरा
मेरा
है वह मेरा, जिस पर मुझे नाज़
कैसे करूँ रक्षा, सुरक्षा ? वह है मेरे सिर का ताज
उसके लिए क्या करूँ? कैसे दुनिया में हो साज़
स्थान मान अभिमान सब दिलाकर , क्या पूरा होगा काम?
है वह मेरा, तुम्हारा, हम सबका राष्ट्र जिसकी संवेदनाओं का हमें करना है सम्मान।