मेऱा हमदर्द
मेऱा हमदर्द
मेरा हम दर्द कहता है
अब बेहया हूँ मैं ।
मोहब्बत खेल मे
प्रियतम, शायद नया हूँ मैं !
अपनी य़ादो से ज़रा
कह दो,
वो आये पास न मेरे !
बहुत जागा हूँ रातो मे
सनम अब थक गया हूँ मैं...!
मेरा हम दर्द कहता है
अब बेहया हूँ मैं ।
मोहब्बत खेल मे
प्रियतम, शायद नया हूँ मैं !
अपनी य़ादो से ज़रा
कह दो,
वो आये पास न मेरे !
बहुत जागा हूँ रातो मे
सनम अब थक गया हूँ मैं...!