मेरा देश
मेरा देश


मेरा देश मेरी मेरी शान
मेरा देश मेरी जान
मेरे देश पर मेरी जान कुर्बान
सौ सौ बार नमन मेरे देश को
जिसका विश्व भर में है नाम
मेरे देश की मिट्टी सोना है
तभी तो इस देश की फसलों में सोना है
इस देश की मिट्टी मेरे जवानों का बिछोना है
जब पड़े मेरे देश पर शत्रु की नजर
तो नोंच लूँ वो आंखें कुटिल
कसम देश की बहा दूँ लहू की नदी
बस फ़र्ज हमें निभाना है
इस देश को आत्मनिर्भर बनाना है
स्वदेशी रहो स्वदेशी अपनाओ
यही प्रण लेकर
रुकेंगे नहीं झुकेंगे नहीं आगे बढ़ते जाएंगे
देश की शान में तिरंगा लहराएंगे
हर नगर तिरंगा हर घर तिरंगा
इस भारतवर्ष को सर्वश्रेष्ठ बनाएंगे
इस भारतवर्ष को सर्वश्रेष्ठ बनाएगे।।