STORYMIRROR

Vidhya Koli

Inspirational Others

4  

Vidhya Koli

Inspirational Others

मेरा भारत

मेरा भारत

1 min
230

सोने की चिड़िया है देश मेरा

सोने सा दिल ये रखता है

रखता है विशाल हृदय यह 

परोपकार यहीं पर पलता है


पंजाब सी भोली सीरत इसकी 

कश्मीर सा रूप रंग है

गौरव राजस्थान सा है 

गुजरात सी जलतरंग है

दिल्ली सा दिल है इसका 

मुम्बई सी अदाकारी है

उत्तराखंड सा देवस्थान है

अयोध्या सी बारादरी है


दिया संदेश गीता का कृष्ण ने 

सीता का अग्निपान यहाँ 

राम सा पुरुषार्थ भी है

तो राधे सा मगन ध्यान यहाँ 

महिषासुर का नाश हुआ

भस्मासुर को परास्त किया

ले असंख्य अवतार यहीं

बुराई का सूर्यास्त किया


गार्गी का शास्त्रार्थ भी है

सती का सम्मान यहाँ 

युधिष्ठिर सा धर्म विराजित 

तो अंग सा महादान यहाँ 

क्या-क्या अलंकार रचूं मैं

ऐसे शब्दों का मुझे भान नहीं

संपूर्ण आर्यावर्त को करूं रचित

मुझमें इतना ज्ञान नहीं


मैं जन्मी भारत भूमि पर

बस यही मुझे कृतार्थ करें

तन मन धन से हो जाये फिर

सोने की चिड़िया 

बस यहीं कथन चरितार्थ करें

बस यहीं कथन चरितार्थ करें।।

 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational