मेरा अपना घर
मेरा अपना घर
आज पाया मैंने आशियाना
मेरा अपना आशियाना
मेरा अपना घर मैंने पाया
कई ठौकरे खाई ज़िन्दगी में
बिल्ली की तरह घर बदल
बिताई जिंदगानी मैंने
ज़िन्दगी की हर क्षण
इस खयाल मै बिताई मैंने
काश मेरा अपना घर हो
जो कोई खाली न करवाएं
ऐसे ख्वाब देखे मैंने
हर दीपावली को
दूसरे का घर सजाया मैंने
तब भी किरायेदार कहलवाया मै
हर रोज़ एक एक पाई
जमा कर के
अपना आशियाना बनाया मैंने
मेरा अपना घर पाया मैने
मेरा अपना घर पाया मैंने !
