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Chanda Prahladka

Abstract

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Chanda Prahladka

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मधुर गीत

मधुर गीत

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नयनों में छुप जाना प्रियतम,

मिलन राग मुस्कायेगा,

जीवन सरगम का एक सुर ले,

मधुर गीत बन जायेगा।


कुसुम सुगंधित डाली पर,

कलियों ने घूँघट खोला है,

छाँव तले मैं तुम्हें निहारूँ,

संग बहारों का डोला है।


चंदा की शीतल ठंडक तुम,

सघन ताप मिट जायेगा।

सीने की धड़कन में बस,

मैं तेरी ही आवाज़ सुनूँ।


श्वासों की ताल पर गाऊँ,

अपनी धुन बिन साज सुनूँ,

अमृत पलकों में भरके अब,

अमर रूप भरमायेगा।


चाहत के कोमल वजूद को,

ख्वाबों ने तराशा है,

प्यार की बन गई जुबां पर,

मूक सी ये भाषा है ,


मोहित लहरों पर किनारा,

साथ ही रह जायेगा।

ढूँढे दिल हसीं आशियाँ,

मंज़िल को पा जायेगा।

जीवन सरगम का एक सुर ले,

मधुर गीत बन जायेगा।


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