Like to write poem from many years
हर लम्हें गीतों से सजते, खुशबू ने जीवन महकाया। हर लम्हें गीतों से सजते, खुशबू ने जीवन महकाया।
धरा पे जन्नत का गुलशन खिला दूँ। तुमको निहारूँ या रब को दुआ दूँ। धरा पे जन्नत का गुलशन खिला दूँ। तुमको निहारूँ या रब को दुआ दूँ।
नमन शहीद जवानों को, गाथा उनके सम्मान की, नमन शहीद जवानों को, गाथा उनके सम्मान की,
शत - शत नमन वीणा वादिनी माँ उज्ज्वल स्वरूपा वर दायिनी माँ-२ शत - शत नमन वीणा वादिनी माँ उज्ज्वल स्वरूपा वर दायिनी माँ-२
तेरे नौ रूपों को हम इस दिल में बसाते हैं। जय जयति माँ काली तेरे गुण गाते हैं। तेरे नौ रूपों को हम इस दिल में बसाते हैं। जय जयति माँ काली तेरे गुण गाते हैं।
धरा और अंबर पर सजती रंगोली, उर आँगन यूँ निखरा आई जो होली। धरा और अंबर पर सजती रंगोली, उर आँगन यूँ निखरा आई जो होली।
बाद मुद्दत के पहचान खुद से हुई, अपनी परछाई भी जब दगा दे गई। बाद मुद्दत के पहचान खुद से हुई, अपनी परछाई भी जब दगा दे गई।
जीवन के कण-कण को आँकूँ शिथिल पड़े लहरों का क्रन्दन। जीवन के कण-कण को आँकूँ शिथिल पड़े लहरों का क्रन्दन।
ये सुखद अहसास, वक्त से कहो, अभी ठहर जाये दिल चाहता है। ये सुखद अहसास, वक्त से कहो, अभी ठहर जाये दिल चाहता है।
स्पन्दन भावों की छलकन, बादल बन बरसात उकेरे। स्पन्दन भावों की छलकन, बादल बन बरसात उकेरे।