मौत.....
मौत.....
ऐ जिंदगी तेरे मिलने से पहले ही हमारी
मौत की तारीख तय कर देता है ईश्वर,
फिर क्यों हमको तुझसे प्यार है जिंदगी,
एक रोज तो हमको जाना है जानते है हम,
फिर क्यों मौत से डरना हमको जिंदगी,
प्यार हमको जितना तुझसे है जिंदगी,
उतना ही प्यार मौत से भी कर ले,
तो ना ही डर लगेगा मौत से ना ही
घबराएंगे मौत के नाम से,
जितना डरेंगे हम मौत के नाम से,
उतना ही जीना हराम हो जाएगा,
पल पल डर के साये में मौत के ना जी,
जो जब होना होगा हो ही जायेगा,
खुशी से जी ले अपनी जिंदगी तब तक तू ।
