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Twinckle Adwani

Abstract

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Twinckle Adwani

Abstract

मैं मैं हूं मुझे मुझ में रहने

मैं मैं हूं मुझे मुझ में रहने

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मैं मैं हूं मुझे मुझ में रहने दो 

न दिखावे में खोने दो 


न झूठी तारीफ में बहने दो

आसमान में उड़ने की चाहत है।


जमीन जोड़कर वफादार रहने दो 

झूठी खबरों से दूर दिल से जीने दो


मैं मैं हूं मुझे मुझ में रहने दो।


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