मैं कृतज्ञ हूं
मैं कृतज्ञ हूं
तेरे इशारे पर हर काम किया
अपने दायित्वों का निर्वहन किया
हार - जीत को एक सा जाना
जो मिल गया,उसे संतोष माना
जो छूट गया, उसे भुुला दिया
जब तू मेरे साथ है
फिर जय और पराजय क्या ?
सब तेरा ही उपकार था
कि जिंदगी को शान से जिया
अब किसी बात का , कोई अफसोस नहीं
मैं कृतज्ञ हूं
माँ, तुुुझे शत-शत नमन
मैं भी माँ हूं
तेरा ही रूप हूं
ये संसार तुझसे है
जिंदगी के हर रंग में
तेरा ही तो अक्स है।