Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

मैं अब कुछ नहीं कहूँगा

मैं अब कुछ नहीं कहूँगा

1 min
1.7K


मैं अब कुछ नहीं कहूँगा,

क्योंकि मेरे कहने और न कहने में,

फ़र्क कुछ भी नहीं है अब,

कहने से ज्यादा जरुरी होता है !


कहे हुए को सुन लेना,

मगर सुनने के लिए,

कानों में जब कोई इच्छा न रहे,

स्पंदन न रह जाय भावनाओं की !


देह की भाषा भी,

जब कोई जवाब न दे,

तमाम बातें सुनने के बाद भी,

ऐसे में कहते रहना या सुनाते रहना !


सिर्फ दीवारों को,

ये मानकर कि,

उनके भी कान होते हैं,

वो भी सुन लेते हैं हमारे द्वारा कहे गए !


हर एक शब्द को,

ग़ैर जरुरी लगता है अब,

इसलिए मैं अब कुछ नहीं कहूँगा !


खामोशी सबसे बड़ा हथियार है,

अपनी बात कहने के लिए,

और ये बात,

मुझे पहले ही समझ जानी चाहिए थी !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama