दर्द ज़ख़्म जिंदगी काबिल कथन मनुष्य लेख कुछ अल्फ़ाज़ अभी भी बाकी है। खुदा साथ उम्र तोह्फा पिया ध्यान बाल liveandlovelifebylal अल्फ़ाज़ दिलसे drlalthadani

Hindi अल्फ़ाज़ Poems