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Ajay Amitabh Suman

Drama

3.3  

Ajay Amitabh Suman

Drama

मै और ब्रह्मांड

मै और ब्रह्मांड

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मैं,

मेरा घर,

मेरा छोटा सा घर,

एक छोटे से गाँव में।


और गाँव,

मेरा गाँव,

मेरा छोटा सा गाँव,

एक शहर के पास।


और शहर,

मेरा शहर ,

वो छोटा सा शहर,

एक राज्य में।


और राज्य ,

मेरा राज्य ,

मेरा छोटा सा राज्य

मेरे इस देश में।


और देश,

मेरा देश,

मेरा प्यारा देश ,

ऐसे सैंकड़ों देश,

इस धरती पे।


और धरती,

ये धरती,

मेरी प्यारी धरती,

मेरी छोटी सी धरती,

घुमती गोल गोल,

सूरज के चारों ओर,

अन्य ग्रहों के साथ।


और सूरज,

मेरा सूरज,

मेरा प्यारा सूरज,

घुमता गोल गोल,

अपने ग्रहों के साथ,

एक आकाश गंगा के पीछे।


और आकाश गंगा,

मेरी आकाश गंगा,

जहाँ हजारों तारे,

करोड़ो तारे,

जहाँ ब्लैक होल्स,

हजारों ब्लैक होल्स,

करोड़ो ब्लैक होल्स,

अनगिनत ब्लैक होल्स।


जहाँ तारे,

हजारों तारे,

करोड़ों तारे,

बनते, मिटते।


और ऐसी आकाश गंगा,

हजारों आकाश गंगा,

करोड़ों आकाश गंगा,

अनगिनत आकाश गंगा,

जनमती आकाश गंगा,

बनती आकाश गंगा ,

बिगड़ती आकाश गंगा,

मिटती आकाश गंगा।


एक आकाश में ,

और वो आकाश ,

ऐसे हजारों आकाश,

ऐसे अनगिनत आकाश ।


एक समय में ,

और ऐसा एक समय,

हरेक सेकंड में।


जहाँ एक सेकंड,

करोड़ों सेकंड,

अनगिनत सेकंड,

महा समय में।


जहाँ वॉर्म होल्स,

एक वॉर्म होल्स ,

अनगिनत वॉर्म होल्स।


तोड़ते, मरोड़ते,

आकाश को,

समय को,

महाकाश को।


जहाँ ऐसे हजारों आकाश ,

महाकाश,

बनते, बिगड़ते,

मिटने,

समय में,

इस महासमय में।


और मैं इनका हिस्सा,

अदना सा हिस्सा।


मैं,

मेरा घर,

मेरा छोटा सा घर,

इस अनंत ब्रह्मांड में।


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