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Shashikant Das

Abstract Inspirational

4.5  

Shashikant Das

Abstract Inspirational

मातृ दिवस की शुभकामना !

मातृ दिवस की शुभकामना !

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जिसके नाम से जुड़ी सबकी है धरा,

उनका मन कोमल ममता से है भरा।


जिनका हर रोज अपने बच्चो के मोह में ढले,

बवंडर से सदैव छिपाती है अपने साये तले।


अपने खुशियों को जोड़ा अपनों के नाम,

कभी सोचा न क्या होगा खुद का अंजाम।


जिसकी ज़िन्दगी की पटरी दुसरो के राह पे चले,

मुश्किल वक़्त में ढूंढ लाती है वह सक्षम मंजिले।


चाहे जीव हो या जंतु सबकी कहानी एक समान,

जीवन के अंत में क्या मिलता है इनको पूर्ण सम्मान।


कितनो के परवरिश करती है उनके पीड़ा का उद्धार,

कितनो की अवस्था मांगे अपने जीविका के लिए उधार।


उसकी एक आह का न चूका सकेंगे कभी मोल,

किसी भी सम्पदा से परे है वह अनमोल।


दोस्तों, उनकी परछाई में भी दिखे प्रभु का दर्पण,

अपने माताओं पे कर लो अपना पूर्ण जीवन समर्पण।


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