STORYMIRROR

Nitu Arya

Abstract Inspirational

4  

Nitu Arya

Abstract Inspirational

नए साल की नई उमंगे

नए साल की नई उमंगे

1 min
384

आज जन-जन में हर्ष और उल्लास है ,

अनुमानित है आने वाला समय कुछ खास है।


 यह सर्द हवाएं भी गरमाहट एहसास दिलाती हैं ,

घोर तम में भी उजली सुबह का आस बंधाती हैं,

 गैरों से भी अपनत्व का एहसास कराती है ,

निष्कासित कर विषाद के क्षण ,

 समेटे अंतरंग में खुशियों का कुछ राज है ।

अनुमानित है आने वाला समय कुछ खास है ।


सुसुप्त आत्मा को जागृत कर देखो ए दोस्तों !

हमारे परिवार स्वरूप समाज में,

 अराजकता चहूँ ओर है,

गरीबी बेकारी ही नहीं भ्रष्टाचार और दुराचार, 

फैला इस छोर से उस छोर है।

आओ हम स्वसंकल्पित हो एक ऐसा कदम बढ़ाए

यह दूषित समाज हर दोषमुक्त हो जाए

हम सुधरेंगे जग सुधरेगा हमें पूर्ण विश्वास है ,

अनुमानित है आने वाला समय कुछ खास है।


यह हमारा अनमोल जीवन बिना मोल ना हो जाए ,

तेरा मेरा करते करते कुछ अपना ना हो पाए

जीवदायिनी धरा से विदा होने से पहले

अपनी भी पहचान हो कुछ ऐसा रंग भर जाए,

सच हमारे मन में कुछ ऐसा करने की प्यास है ,

अनुमानित है आने वाला समय कुछ खास है।


आज जन-जन में हर्ष और उल्लास है,

अनुमानित है आने वाला समय कुछ खास है,

अनुमानित है आने वाला समय कुछ खास है


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract