मास्क और प्यारा चेहरा ...
मास्क और प्यारा चेहरा ...
एक वक़्त था जब घरों में, फिल्मों में, पोस्टर पर
कोई प्यारा चेहरा, आधा, किसी आँचल में छुपा होता था
और उस आँचल का एक कोना दांतों में दबा होता था
भले ही अब
वो तीखी नाक
वो कोमल रुखसार
वो सुघर होंठ
वो कातिल मुस्कान
वो इठलाती चिबुक
सब धुँधली नज़र आती हैं
पर शरारत, तो आज भी आँखों से ही की जाती है....

