जब... (होता है पहला प्यार ....)
जब... (होता है पहला प्यार ....)
जब सोचा तुमसे कुछ कहूं
शब्दों ने साथ छोड़ दिया
जब तुम्हारा रूप निखरा
हीरों ने चमकना छोड़ दिया
जब सोचा तुमसे आकर मिलूं
रास्तों ने मिलना छोड़ दिया
जब तुम्हारा सँवरना हुआ
फूलों ने खिलना छोड़ दिया
जब सोचा तुमसे कुछ सुनूं
पंछियों ने गाना छोड़ दिया
जब तुम्हारा आँचल लहराया
हवाओं ने बहना छोड़ दिया
जब सोचा तुमसे इज़हार करूँ
होंसलों ने परवाज़ छोड़ दिया।

