Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Qais Jaunpuri

Children Drama Others

3  

Qais Jaunpuri

Children Drama Others

माँ

माँ

1 min
6.9K


माँ, अम्मा, अम्मी, मम्मी

बच्चों के सर की छत, पैर के नीचे ज़मीं

मैया, माई, माता, जननी

मुझको तेरी सेवा करनी

तेरे कर्ज़ में दुनिया सारी

कहती तुझको है महतारी

नाम है तेरा ‘आई’ भी

तू बच्चों के लिए कमाई भी

और कहते हैं ‘माम’ तुझे

दुनिया करे सलाम तुझे

कुछ कहते हैं ‘मम’ तुझे

समझे ना कोई कम तुझे

आँचल में छिपाके रखती है

माँ कितनी तकलीफ़ें सहती है

फिर भी हम बच्चे तुझे ज़िन्दगी भर सताते हैं

और तुझे बुढ़ापे में अकेला छोड़ जाते हैं

हमारी तरफ़ से अपना दिल साफ़ करना

माँ, हो सके तो हमें माफ़ करना

 

 

 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Children