I'm Qais and I love to read StoryMirror contents.
एक पाकीज़ा रंग जो नज़रों से गुजरे तो इश्क़ बन जाए सूफ़ियाना ,जब हो आसमन में झक सफेद बादल तब मेह बरसे प्य... एक पाकीज़ा रंग जो नज़रों से गुजरे तो इश्क़ बन जाए सूफ़ियाना ,जब हो आसमन में झक सफेद ...
ट्रेन रुकी दो मैली-कुचैली सी ग्यारह-बारह बरस की लड़कियाँ भीड़ को धक्का देते हुए एक जेन्ट्स डिब्बे में ... ट्रेन रुकी दो मैली-कुचैली सी ग्यारह-बारह बरस की लड़कियाँ भीड़ को धक्का देते हुए एक...
बरसों बाद कल रात सोते हुए कुछ कविताओं ने ज़िद की थी कि "सोने से पहले पढ़ लो ना मुझे" बरसों बाद कल रात सोते हुए कुछ कविताओं ने ज़िद की थी कि "सोने से पहले पढ़ लो ना मुझ...
जैसे सूरज मिलाओ तो बनता है दिन जैसे चाँद पिघलाओ तो बनती है रात जैसे धूप खिलखिलाए तो खिलते हैं फूल ... जैसे सूरज मिलाओ तो बनता है दिन जैसे चाँद पिघलाओ तो बनती है रात जैसे धूप खिलखिल...
ऊपरवाला इतना भी बड़ा नहीं है जितना तुम समझते हो ऊपरवाला इतना भी बड़ा नहीं है जितना तुम समझते हो
न कर, क्यूँ किसी को इतनी दुआ देता है सहारा इंसान को कमज़ोर बना देता है न कर, क्यूँ किसी को इतनी दुआ देता है सहारा इंसान को कमज़ोर बना देता है
मैं एक मर्द हूँ और मैं माफ़ी चाहता हूँ सीता से राम की ग़लती के लिए उन्होंने सबकुछ जानते हुए भी तु... मैं एक मर्द हूँ और मैं माफ़ी चाहता हूँ सीता से राम की ग़लती के लिए उन्होंने सब...
मुल्क को पहली दफ़ा इक ऐसा हुक्मरान मिला है जो अवाम की ज़ुबान पे भी पहरा बिठाना चाहता है जो अवाम की आवा... मुल्क को पहली दफ़ा इक ऐसा हुक्मरान मिला है जो अवाम की ज़ुबान पे भी पहरा बिठाना चाह...
रोज़ सुबह इस मकान से बाहर क़दम रखने से पहले ही चौखट टोक देती है “कम से कम आज तो एक घर कमा के ही लौटना!... रोज़ सुबह इस मकान से बाहर क़दम रखने से पहले ही चौखट टोक देती है “कम से कम आज तो एक...
जानता हूँ, तुमसे मिलना अब मुमकिन नहीं फिर भी ख़याली पुलाव पकाने में क्या जाता है! आओ, थोड़ा सा तुम भी ... जानता हूँ, तुमसे मिलना अब मुमकिन नहीं फिर भी ख़याली पुलाव पकाने में क्या जाता है!...