माँ
माँ
ऐ माँ मुझे तू बता ....
मेरी दिल की बात तुझे कैसै चलती पता...
हम तो एक दूसरे से दूर हैं....
जो दिल की जुबान है ऊसी को ही पता....
माँ तेरी याद आती है...
ससुराल मैं तेरी याद बहोत तडपाती है ...
अकेले महसूस होने पर...
खुद से ही अक्सर ये पूछती हूॅं...
क्यूं तूने अपने आँचल से दूर किया ....
क्यूँ तूने साथ छोडा...
क्यूँ नहीं हम मिल सकते बार बार...
क्यूँ चली आती हैं ...
क्यूँ तेरी याद तडपाती है...
क्यूँ अभी तेरी लोरी सुनने को है दिल बेकरार...
फिर भी तू दूर नहीं..
माना की हम तो दूर हैं...
पर तू मेरे दिल के करीब सही ...
फिल्म... पाठशाला
गीत -ये खुदा ...