माँ तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
जब भी जिक्र मोहब्बत का होता है
कहीं तो तेरा ही ख्याल आता है,
ऐ माँ तेरा प्यार तेरी कुर्बानियाँ याद आती है,
जनम दिया तुमने हमको कई दर्द सहे,
वो हमारे साथ साथ तेरा भी तो नया जनम होता है,
हमारी जरा सी बेचैनी से तू बेचैन हो जाती है,
चोट जो हमको लगती थी तो दर्द तुझे भी होता है,
अपनी नींद अपना सुख चैन तू हमारे लिए खोती थी,
है याद हमको तेरी दी हुई हर कुर्बानीयां,
तुम तो अपना हर फ़र्ज़ हमारे लिए निभाती रही,
जब हमारी बारी आएगी तो हम भी
अपना फर्ज निभाएंगे,
उंगली पकड़ कर चलना सिखाया है तुमने हमको,
हम भी अपना फर्ज निभा कर थोड़ा सा
ही सही तेरा कर्ज़ चुकाएंगे,
तेरी मेहरबनियो को हम ना कभी भूल पाएंगे,
तेरे हाथो में जो जादू है वो याद सदा रखेंगे,
तेरे कहे हर शब्द का हम मान सदा रखेंगे,
तेरी हर कुर्बानी को हम दिल से सलाम करते हैं,
ऐ माँ तू है मेरी प्यारी माँ प्यारी माँ तुझको सलाम।