मां तेरा आंचल बहुत अच्छा लगता है
मां तेरा आंचल बहुत अच्छा लगता है
अकेलापन कितना खलता है
मां तेरा आंचल बहुत अच्छा लगता है।
मां सुला लो न अपनी गोद में
ऐसा सुकून कहीं ना मिलता है।
तुम्हारी याद जब भी आती है मां
हरी भरी फुलवारी भी चुभती है।
मां सुला लो न अपनी गोद में
ऐसा सुकून कहीं ना मिलता है।।