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Neerja Sharma

Tragedy

4  

Neerja Sharma

Tragedy

लॉकडाऊन जिंदगी

लॉकडाऊन जिंदगी

1 min
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लाकडाऊन जिंदगी नहीं है आसान 

वर्किंग वुमैनस की हो गई नींद हराम ।


वर्क एट होम प्लस होम इज़ होम 

उसकी जिंदगी तो गई है पूरी होम ।


हालात से मज़बूर न बाई काम पर आए 

न नौकरी भी ,वह भी गौरमैंट ,छोड़ी जाए ।


सुबह से शाम कई पाटों में पिसती हैं जिंदगी 

फिर भी वर्किंग वुमैन कर लेती है समझौता ।


शिकायत किसे करे,जिसे देखो जवाब एक ही है 

थक गया हूँ वर्क एट होम ,यार बहुत काम है ।


सोचती रहती हूँ सब वर्क एट होम कर रहे हैं 

फिर वर्किंग वुमैन क्यों ज्यादा पिस रही है ।


सबकी फरमाइशें हर वक्त रहती हैं तैयार 

घर की मालकिन का है हाल बेहाल ।


है प्रभु अब तो बस हो गई है हमारी 

करोना को भगा जान बचाओ हमारी ।


लाकडाऊन में हमारी सैफ्टी बसी है 

पर क्या करें हमारी अब बस हो गई है ।


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