कितना बदल दिया कोरोना ने, न कोई दिखता गली छतों में। कितना बदल दिया कोरोना ने, न कोई दिखता गली छतों में।
इन दिनों सुबह की शुरुआत चिड़ियों की चहचहाने से होती हे। इन दिनों सुबह की शुरुआत चिड़ियों की चहचहाने से होती हे।
महल ,अटारी ,नौकर चाकर चाकर सब लगते हैं अब तो बेकार ! महल ,अटारी ,नौकर चाकर चाकर सब लगते हैं अब तो बेकार !
लाकडाऊन जिंदगी नहीं है आसान वर्किंग वुमैनस की हो गई नींद हराम । लाकडाऊन जिंदगी नहीं है आसान वर्किंग वुमैनस की हो गई नींद हराम ।
लेकिन... दो हज़ार बीस आया भी तो कैसे, कोरोना के साथ। लेकिन... दो हज़ार बीस आया भी तो कैसे, कोरोना के साथ।