STORYMIRROR

Ms Ishrat Jahan Noormohammed Khan

Tragedy

3  

Ms Ishrat Jahan Noormohammed Khan

Tragedy

लॉक आउट

लॉक आउट

1 min
380

मुस्कुराना सीख लो दोस्तों

ये दुनिया है सिर्फ रुलायेगी

खुद पर यकीन रखो

हर लड़ाई आसान हो जाएगी,

दूसरों पे यकीन करोगे

तो जिंदगी एहसान लगेगी

कोई अपना नहीं बनेगा

जब तक उसे तुम्हारी जरूरत नहीं लगेगी,

हम तो 21 दिन लॉक आउट मे रह लेंगे

पर उसका क्या जिसको

जिंदगी दगा दे जाएगी,

आज कोरोना का खौफ है

कल कोई और होगा

मसलन जिंदगी हर कदम पे

दोस्त तुझे ही तड़पायेगी!



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy