लड़की होना आसान नहीं
लड़की होना आसान नहीं
मैं भी लड़की हूं बहुत बार सड़कों पर निकलती हूं
कभी छोटे तो कभी बड़े कपड़े पहन के निकलती हूं
अक्सर जब अखबार पढ़ती हूं तो
रोज हो रहे बलात्कार की खबरें देखती हूं
कभी-कभी तो खुद ही सोचती हूंं
मुझे लड़की का जन्म क्यों मिला
रात में अकेले निकलने से डरती हूं
दिन में छोटे कपड़े पहनने से डरती हो
कोई लड़की निकल जाए
ऊपर से नीचेेे तक स्कैन कर देते हे लोग
उसी जगह अपनी बहन हो तो
लड़के लड़ने के लिए तैयार हो जाता है
हो जाए बलात्कार तो लड़की को दोष देते हैं
लड़की से ही क्यों 50 सवाल पूछते हैं।