लाइक, कमेंट का मायाजाल
लाइक, कमेंट का मायाजाल
मैंने भी सीखा इक जादू
करो प्रशंसा दिल जीतोगे
कभी कभी तिलिस्म टूटता
लगता कभी तो सच बोलोगे
झूठे मित्र इकट्ठे होते, जब
झूठी होती है उनकी तारीफ
लाइक, कमेंट का झूठा खेल
झूठ की आजकल होती जीत
एक और जादू आजकल करते
लाइक, कमेंट भी लेते ख़रीद
बड़ा निराला सोशल मीडिया
उड़ा देता है रातों की नींद
मायाजाल इस जादूगरी का
फंसना इसमें है आसान
मन करता अब उठा कमंडल
हिमालय को करूं प्रस्थान।