किसी जाल में फंसे पक्षी सा फड़फड़ाता जीवन मृत्यु को मान प्रियतमा कर देना चाहता अंत किसी जाल में फंसे पक्षी सा फड़फड़ाता जीवन मृत्यु को मान प्रियतमा कर देन...
होश में भी होकर क्या कर लेती दुनिया , कहती क्या दुनिया क्या सुन लेती दुनिया। होश में भी होकर क्या कर लेती दुनिया , कहती क्या दुनिया क्या सुन लेती दुनिया।
सब हैं अपनी में ही मस्त अब कौन रखें देश का ख्याल। सब हैं अपनी में ही मस्त अब कौन रखें देश का ख्याल।
फिर भी जीना है इन्सान को यहां सारे दुःख और कष्ट को भुला के इन हैवानों के भीड़ के बिच इन्सान... फिर भी जीना है इन्सान को यहां सारे दुःख और कष्ट को भुला के इन हैवानों के भ...
रिश्तों में अगर दर्द है तो खुशी भी तो रिश्तो में ही समाया है। रिश्तों में अगर दर्द है तो खुशी भी तो रिश्तो में ही समाया है।
मिलते यहां प्रभु मिलता यहां हर एक सुख। मिलते यहां प्रभु मिलता यहां हर एक सुख।