Nisha Singh

Romance

3.4  

Nisha Singh

Romance

क्या हो तुम

क्या हो तुम

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क्या हो तुम यह जलालत भरी जिंदगी कैसे जीते हो,

अपने हाथों से अपने ही जख्मों को कैसे सीते हो,

अश्क पीते तो देखा है बहुतेरों को,

तुम यह बताओ कि जिगर के लहू को कैसे पीते हो।


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