कुछ पल तेरी याद में! #2
कुछ पल तेरी याद में! #2
क्यूँ चले गए तुम बसंत में यूँ पतझड़ बनके,
तुम्हें ही तो आना था सावन बनके
बस एक पल की मुलाकात हो,
जीवन भर का साथ हो
कभी तुम्हारी तो, कभी हमारी बात हो
तेरे होने से ही तो साँसें थी,
अब तेरे जाने के बाद ज़िन्दगी भी नहीं
बस एक पल की मुलाकात हो,
जीवन भर का साथ हो
कभी तुम्हारी तो, कभी हमारी बात हो
अब जब चले गए तो लौट भी आना
संग अपने कुछ ख़ुशियाँ भी लाना
मुझसे किया वादा, है जो निभाना
ना पास सही, दूर ही रह जाना
अपने होने का ऐहसास, हवा से कराना
मेरी साँसों में बह, दिल को छू जाना
बस एक पल की मुलाकात हो,
जीवन भर का साथ हो
कभी तुम्हारी तो,
कभी हमारी बात हो
बस एक पल की मुलाकात हो,
बस एक पल का साथ हो।

