Ravidutt Mohta
Inspirational
तुम और मैं से नहीं
हम से बनते हैं
हम।
ठोकर
कुछ नहीं होता
मैं संन्यास ल...
मैं सचमुच कुछ...
कत्ल से भरी य...
होंठ मेरे कित...
अंगूठी
हिचकी
वे दो बांहें
आत्मा
चलो एकबार फिर से हैं देखते तन को राधा मन को कृष्ण बनते हुए। चलो एकबार फिर से हैं देखते तन को राधा मन को कृष्ण बनते हुए।
मुफलिसी में ईमान खोने की नीयत नही की , अपनी शर्तों पर जिन्दगी जी हुजूरी नही की ! मुफलिसी में ईमान खोने की नीयत नही की , अपनी शर्तों पर जिन्दगी जी हुजूरी नही ...
प्रेम के भीतर सिर्फ समर्पण हीं नहीं होता है। प्रेम के भीतर सिर्फ समर्पण हीं नहीं होता है।
और होगी अच्छी वर्षा तो खेतों में पैदावार ज्यादा होगी । और नदी तालाब आदि भर जाये और होगी अच्छी वर्षा तो खेतों में पैदावार ज्यादा होगी । और नदी तालाब आदि...
आओ हम सब मतदान करें एक सुंदर कल का निर्माण करें। आओ हम सब मतदान करें एक सुंदर कल का निर्माण करें।
हे! महेश्वर महामंत्र दे दो मुझे। संस्कारों भरा तंत्र दे दो मुझे। हे! महेश्वर महामंत्र दे दो मुझे। संस्कारों भरा तंत्र दे दो मुझे।
सहती रहेंगी हमारी नन्ही ही कलियां क्योंकि… आज भी धृतराष्ट्र जीवित हैं। सहती रहेंगी हमारी नन्ही ही कलियां क्योंकि… आज भी धृतराष्ट्र जीवित हैं।
अदम्य चाह रखनेवाले व्यक्ति हैं श्री सुवास कुमार वर्मा जी। अदम्य चाह रखनेवाले व्यक्ति हैं श्री सुवास कुमार वर्मा जी।
जीवन का दम घोंट रहा है। जीवन और भी मुश्किल हो रहा है ! जीवन का दम घोंट रहा है। जीवन और भी मुश्किल हो रहा है !
प्रत्येक मनुष्य का जीवन संख्याओं में है। प्रत्येक मनुष्य का जीवन संख्याओं में है।
हर चेहरे पे खिली रहे मुस्कराहट मांगते हैं अपने ईश्वर से जब चाहे तब दुआ मांगते हैं। हर चेहरे पे खिली रहे मुस्कराहट मांगते हैं अपने ईश्वर से जब चाहे तब दुआ मांगत...
और अत्याचारी पापीयों का किया विनाश हे माँ तुमने।। और अत्याचारी पापीयों का किया विनाश हे माँ तुमने।।
कान्हा भी उन्हें पास बुला लेते हैं क्योंकि.. वे भी प्यार करते हैं अपने प्रिय भक्तों से. कान्हा भी उन्हें पास बुला लेते हैं क्योंकि.. वे भी प्यार करते हैं अपने प्रिय ...
मत पूछो मन कितना उदास होता है, जब पास होकर भी कोई नहीं पास होता है। मत पूछो मन कितना उदास होता है, जब पास होकर भी कोई नहीं पास होता है।
छुआ-छूत मिटाने को बाबा साहब ने आवाज उठाया था। छुआ-छूत मिटाने को बाबा साहब ने आवाज उठाया था।
मन बड़ा चंचल स्थिर नहीं रहता, यदा -कदा विचलित होता रहता। मन बड़ा चंचल स्थिर नहीं रहता, यदा -कदा विचलित होता रहता।
राजनीति तो तेरी-मेरी लाश पे भी हो सकती है। तू बाहर निकल, वोट दे, राजनीति तब रो सकती है राजनीति तो तेरी-मेरी लाश पे भी हो सकती है। तू बाहर निकल, वोट दे, राजनीति तब र...
पश्चाताप के आँसू हमारे अंतःकरण को धो डालता है... पश्चाताप के आँसू हमारे अंतःकरण को धो डालता है...
बस तिरंगा हो मेरी शान, हो मेरा भारत महान!!! बस तिरंगा हो मेरी शान, हो मेरा भारत महान!!!
इधर मैं देखो प्रेम के फ़लसफ़े गाती रही। इधर मैं देखो प्रेम के फ़लसफ़े गाती रही।