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Ravidutt Mohta

Others

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Ravidutt Mohta

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होंठ मेरे किताबों के पृष्ठ हैं

होंठ मेरे किताबों के पृष्ठ हैं

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मैं बैठा हूँ

थका हुआ

दुनिया के उजाड़ में

कुछ इस तरह....


जिस तरह रहते हैं

पढ़े हुए शब्द

थके -हारे

किताबों में

चुपचाप

किसी युवती की

सगाई की तरह ....



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