कुछ कर गुजरना है।
कुछ कर गुजरना है।
कुछ कर गुजरने की लगन है।
मंजिल तक जो जाना है
ना भय मुझे दुनियादारी का है।
मेरे अंदर ही पूरा जमाना है।
कुछ कर गुजरने की लगन है।
मंजिल तक जो जाना है
है बेखबर लोग मेरे उस किरदार से।
उन्हें अब एक निडर इंसान को मिलवाना है।
कर्मों से है पहचान मेरी ।
कर्मों का ही हिसाब करते जाना है।
कुछ कर गुजरने की लगन है।
मंजिल तक जो जाना है।
