कथनी करनी एक नही
कथनी करनी एक नही
हम भी क्या अजीब इन्सान है,
सड़को पर छोड़ते गाय दूध खा।
करते प्रदूषित दिन रात फिर भी,
धरा और गाय को मां कहते है।।
हितैषी बन चुनाव मे मीठी मीठी,
बात अपनत्व की ही करते है।
बाद मे काम पडे तो जाकर देखो,
नेता जी दिल्ली में ही रहते है।।
जान जानेमन दिलवर सब कहने
के लिए बडे प्यारे शब्द है।
पर आज सभी एक दूसरे को
प्यार से बेखौफ छलते है।।