कर्मवीर
कर्मवीर
जीवन है चुनौतियों से भरा
दिखती कोई राह नहीं,
इस कदर हारकर बैठ जाना
मुसाफिर तेरी राह नहीं
मंजिल देख रही तेरी बाट
तू क्यों है इतना निराश
तेरा समय भी बदलेगा
तेरे भी होंगे ठाठ-बाट
जो कठिन समय में डटते हैं
वो विजय ध्वजा फहराते हैं ।
कर्मवीर गुणवान जगत में
मस्तक पर शोभा पाते है ।
