संकल्प
संकल्प
नई कलम से नए सृजन का, आओ हम आह्वान करें
3 जून की शुभ्र उज्ज्वला, प्रातः को प्रणाम करें
परमपिता परमेश्वर के अनुग्रह का
सब मिलकर गुणगान करें
सुख-दुख चढ़ती-ढलती छाँँया
निज जीवन में संयम का दृढ़व्रत धरें
परोपकार कर स्वार्थ रहित हो
मानव का कल्याण करें
होगा मार्ग प्रशस्त जीवन का,
आओ ! मिलकर यह संकल्प करें
आओ ! मिलकर यह संकल्प करें
