STORYMIRROR

Mistry Surendra Kumar

Inspirational

4  

Mistry Surendra Kumar

Inspirational

आत्म साक्षात्कार

आत्म साक्षात्कार

1 min
209

आत्म साक्षात्कार करके

अपने व्यक्तित्व को निखार करके

जीवन पथ पर जो चलते हैं

वही सदैव आगे बढ़ते हैं।


संघर्षों का वरण करके

परमार्थ कसौटी पर खरे उतरके

भव सागर को तरते हैं 

वही सदैव आगे बढ़ते हैं।


स्वाभिमान की ढाल बनके

आत्मविश्वास की मशाल बनके

जो सबके प्रेरक बनते हैं

वही सदैव आगे बढ़ते हैं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational