आत्म साक्षात्कार
आत्म साक्षात्कार
आत्म साक्षात्कार करके
अपने व्यक्तित्व को निखार करके
जीवन पथ पर जो चलते हैं
वही सदैव आगे बढ़ते हैं।
संघर्षों का वरण करके
परमार्थ कसौटी पर खरे उतरके
भव सागर को तरते हैं
वही सदैव आगे बढ़ते हैं।
स्वाभिमान की ढाल बनके
आत्मविश्वास की मशाल बनके
जो सबके प्रेरक बनते हैं
वही सदैव आगे बढ़ते हैं।