कोरोना वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन
वक़्त वह भी आया था ...
कोरोना ने साँसों पर पहरा लगाया था !
संसार के कोने कोने में इस महामारी ने,
अपने ख़ौफ़ का डंका बजाया था !
पर फ़िर ...इस भयानक महामारी के खिलाफ,
सारे संसार के वैज्ञानिकों ने मिलकर वैक्सीन,
की खोज करके,
कोरोना महामारी पर कुछ हद तक ...
बचाव का रास्ता अपनाया था!
ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में इस महामारी,
ने लोगों की रोग से लड़ने वाली प्रतिरोधक शक्ति को,
कर दिया बहुत कमज़ोर !
सच इस कोरोना ने लोगों की भावात्मक शक्ति,
को भी बहुत चोट पहुंचाया था !
पर संघर्ष और सकारात्मक सोच को जब विश्व के,
लोगों ने अपनाया था ..
तो मास्क सेनिटाइजर और दो गज की दूरी...
के रवैये से इस भयानक महामारी से सबने अपने,
से दूर पाया था...
कोविड शील्ड और कोवैक्सीन के आविष्कार से,
इस महामारी को लगातार विश्व ने,
अपने से दूर भगाया था ...
आज भी कोरोना पूरी तरह से लुप्त नहीं हो पाया है !
पर बूस्टर डोज के सहारे इसके बढ़ता डर थोड़ा..
कम हो पाया है !
आओ हम सब लें ये शपथ कि जब तक देश में न होगा
कोरोना खत्म !
तब तक कोरोना के बचाव
के सभी नियमों की अनदेखी न
करें हम !
नियमित रूप से बूस्टर डोज लगाएँ और,
एक दूसरे को कोरोना से बचाएं ।
सारे विश्व को स्वस्थ एवं खुशहाल बनाएं ।
भावनात्मक रिश्तों को दृढ़ता से पकड़ें,
और सामाजिक रिश्तों में स्नेह को अपनाएं ।
