कोई शिकायत नहीं
कोई शिकायत नहीं
मुझे तुमसे कोई शिकायत नहीं
क्योंकि शिकायतों की पोटली
मैनें खाली कर दी है,
समझकर अपनी बेवकूफी
तुमसे या खुद के दिल से
दूरी कर ली है,
तुम्हारी बेरुखी,
तुम्हारा गुस्सा
महसूस करना छोड़ दिया है
या कहूँ तुम्हें मनाना छोड़ दिया है,
क्या तुमने ध्यान दिया है
कि मैनें भी तो गुस्सा
करना छोड़ दिया है
या कहूँ, तुम पर अपना हक़
जताना छोड़ दिया है,
सच कहूँ तो
शिकायतें, लड़ाइयॉं
जब रिश्ते का दम तोड़ने लगे
या हम अन्दर ही अन्दर
घुटने लगे,
तो बेहतर होता है
एक दूसरे का आसमान बन जाना
और खुली हवा में उड़ जाना,
अगर दिल करे, तो तुम
अपने घरौंदे में लौट आना
बस शिकायतों की पोटली
छोड़ कर आना ।।
