कोई भी हमारे बचाव के लिए नहीं है //।
कोई भी हमारे बचाव के लिए नहीं है //।
कोई भी हमारे बचाव के लिए नहीं है
हम हमेशा पिछड़े क्यों होते हैं
क्यों हम हमेशा किसी न
किसी चीज़ से पिछड़ जाते हैं ?
इसके पीछे क्या कारण है
इंसान अब चारदीवारी में ही बंद है,
विज्ञान ने बहुत विकास किया है,
इसमें कोई शक नहीं, व्यक्तिगत रूप से
मनुष्यों के साथ बातचीत कम हो गई है,
A से Z तक ऑनलाइन शॉपिंग
बहुत अच्छी तरह से चलती है,
दौलत और दौलत बनता जा रहा है,
और गरीब और गरीब होता जा रहा है,
नियति है या हमारी गलतियाँ
या खुद की गलती
या सरकार की गलती
कोई सच में बता खुश नहीं है,
कोई मुस्कुरा रहा है,
सबके चेहरे उदास हैं,
सबका अपना-अपना दुख है,
अपने ही सगे-संबंधियों के घर में
किसी को जाने की अनुमति नहीं है,
असीम चाहत है हमारी,
लेकिन हम कैसे प्रक्रिया या
हासिल करने जा रहे हैं
हमें इसे हासिल करने की जरूरत है,
लेकिन कोई रास्ता और साधन नहीं जानता,
सरकार लोगों के कल्याण के लिए
निवारक कदम उठा रही है,
लेकिन फिर भी प्रकृति इतनी जोरदार है,
प्रकृति से कौन लड़ सकता है ?
भगवान हम पर अपनी दया दिखाएँ,
कोई भी हमारे बचाव के लिए नहीं है।

