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डॉ. Pankajwasinee

Classics

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डॉ. Pankajwasinee

Classics

कलश भावों भरा

कलश भावों भरा

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 भावों भरा है माॅं यह कलश! 

 मन का सारा मिट गया तमस!! 


भाव कलश शुभ ले निर्मल मन !

मांँ दुर्गा का कर आराधन ! 


देवी शक्ति की अधिष्ठात्री ! 

प्रार्थना कर हैं सिद्धिदात्री !! 


शुभ मंगल इस अनुष्ठान का !

शुभारंभ है कलश- स्थापना!


 माॅं के लिए श्रद्धा भावना !

 शुभ कलश है प्रथम निदर्शना !!


 नवरात्रि दिवस शक्ति -आह्वान !

 भाव भरे कलश से सम्मान ।। 


अमृतमय है भाव नियोजित !

 देवी कृपा पुण्य संकल्पित !! 


कंटकों भरा है जीवन पथ !! 

संघर्ष - शक्ति चढ़ूॅं धैर्य -रथ ।। 


अमृत भक्ति अर्पित हृदय कलश !

आशीष दे, हर त्रिताप - तमस !!


चरणों में नत गहूंँ शरण माँ ! 

भव बंध से जाऊॅं मुक्ति पा !! 


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