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DrMousumi Parida

Romance

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DrMousumi Parida

Romance

किस्से हम दोनों के

किस्से हम दोनों के

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कभी धुंधला न हो जाए किस्से हमारे 

स्याही से लिखने को डरती हूं |

कागज में जीवन के तस्वीरें कैसे बनाऊं 

जलने या खो जाने से कतराती हूं |


आत्मा में तुम ही तुम रहते हो ,

कागज का टुकड़ा ज्यादा क्या बोलेगा !

उस पर लिखा जो नाम तुम्हारे 

कोई इसे न कभी मिटा पाएगा !



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